301. मलूकनाथ किस पंथ के साधु थे -
- A. गरीबदासी पंथ
- B. चरणदासी पंथ
- C. रामानन्द पंथ
- D. रामस्नेही पंथ
Answer: मलूकनाथ, गरीबदासी पंथ के एक संत थे, जो संत गरीबदास की शिक्षाओं का अनुसरण करता है।
302. निम्न में से किसने गुरु गोरखनाथ से दीक्षा ली थी -
- A. दादूदयाल
- B. पीपाजी
- C. जाम्भोजी
- D. रामदास
Answer: जाम्भोजी, जो विश्नोई संप्रदाय के संस्थापक थे, ने गुरु गोरखनाथ से दीक्षा प्राप्त की थी। इसी कारण वे गोरखनाथ के शिष्य माने जाते हैं।
303. रसिक संप्रदाय का प्रवर्तक कौन था -
- A. अचलदास
- B. अग्रदास
- C. ईसरदास
- D. गिरधरदास
Answer: रसिक संप्रदाय की स्थापना अग्रदास जी ने की थी। उन्होंने राम-भक्ति में रसिक भाव को महत्व दिया।
304. दादूजी के पार्थिव शरीर को किस स्थान पर समाधि दी गई -
- A. दादूसमाधि खेड़ापा
- B. समाधि साम्भर
- C. नरेगा फुलेरा
- D. दादूखोल भेराणा
Answer: संत दादूदयाल की इच्छानुसार, उनके पार्थिव शरीर को भैराणा की पहाड़ी पर स्थित 'दादूखोल' नामक गुफा में रखा गया था।
305. सन्त मावजी की पीठ कहां पर स्थित है -
- A. साबला ग्राम(डूंगरपुर)
- B. कतियासर(बीकानेर)
- C. बांधोली(अलवर)
- D. सलेमाबाद(किशनगढ़-अजमेर)
Answer: संत मावजी द्वारा स्थापित निष्कलंकी संप्रदाय की मुख्य पीठ डूंगरपुर के साबला गांव में है।
306. निम्न में से कौन सी रचना संत मीरां बाई की नहीं है -
- A. टीका राग गोविन्द
- B. रूक्मिणी मंगल
- C. दयाबोध
- D. नरसी मेहता की हुंडी
Answer: 'दयाबोध' संत दयाबाई की रचना है, जबकि अन्य सभी रचनाएँ मीरां बाई द्वारा रचित हैं।
307. निरंजनी संप्रदाय के संस्थापक _______ थे -
- A. संत रामदास
- B. संत निरंजनदास
- C. संत हरिदास
- D. संत रामचरण
Answer: निरंजनी संप्रदाय की स्थापना संत हरिदास जी ने की थी, जिनका मूल नाम हरिसिंह सांखला था।
308. 'जम्भसागर' का संबंध किस सम्प्रदाय से है-
- A. दादू पंथी
- B. रामस्नेही
- C. निम्बार्क
- D. विश्नोई
Answer: जम्भसागर, विश्नोई संप्रदाय का प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें संत जाम्भोजी के उपदेशों का संग्रह है।
309. राजस्थान में नरसिंह के नाम से प्रसिद्ध हैं -
- A. कवि दुर्लभजी
- B. संत रामचरणजी
- C. संत रज्जब जी
- D. संत चरणदासजी
Answer: कवि दुर्लभजी को उनकी कृष्ण-भक्ति के कारण 'राजस्थान का नरसिंह' कहा जाता है।
310. किस सम्प्रदाय में ‘जुगल सरकार’(सीता-राम) की पूजा की जाती है -
- A. रामानुज सम्प्रदाय
- B. वैष्णव सम्प्रदाय
- C. वल्लभ सम्प्रदाय
- D. निम्बार्क सम्प्रदाय
Answer: रामानुज संप्रदाय में भगवान राम और सीता की एक साथ 'जुगल सरकार' के रूप में पूजा करने की परंपरा है।
311. किस संत ने ‘संत गुन सागर’ और ‘नाम - माला’ की रचना की -
- A. धन्ना
- B. दादू
- C. पीपा
- D. मीरा
Answer: ‘संत गुन सागर’ और ‘नाम-माला’ संत दादू दयाल जी की प्रमुख रचनाओं में से हैं।
312. ये रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक माने जाते हैं -
- A. रामजनकजी
- B. रामचरणजी
- C. रामदासजी
- D. बनारसीदासजी
Answer: रामस्नेही संप्रदाय की मुख्य पीठ शाहपुरा (भीलवाड़ा) के संस्थापक संत रामचरणजी थे।
313. कुणसे पंथ रा अनुयायी मेव मुसलमान घणा है -
- A. गूदड़ पंथ
- B. दादू पंथ
- C. विष्णोई पंथ
- D. लालदासी पंथ
Answer: लालदासी पंथ के अनुयायी मेवात क्षेत्र में अधिक हैं और इनमें मेव मुसलमान बड़ी संख्या में शामिल हैं।
314. सिंभूदड़ा एवं कोंडा ग्रंथों में किस संप्रदाय के उपदेश हैं -
- A. बिश्नोई संप्रदाय
- B. हरभूजी
- C. जसनाथी संप्रदाय
- D. बिश्नोई और जसनाथी संप्रदाय
Answer: सिंभूदड़ा और कोंडा, जसनाथी संप्रदाय के प्रमुख ग्रंथ हैं, जिनमें संत जसनाथ जी के उपदेश संग्रहीत हैं।
315. निम्नलिखित में से किस संप्रदाय के अनुयायी मेव भी हैं -
- A. चरणदासी
- B. दादूपंथ
- C. लालदासी
- D. बिश्नोई
Answer: संत लालदास जी द्वारा प्रवर्तित लालदासी संप्रदाय में हिंदू और मेव मुसलमान दोनों ही अनुयायी हैं।
316. बालिन्दजी के गुरू कौन थे-
- A. दादू दयाल जी
- B. रामचरण जी
- C. सुन्दर दास जी
- D. मंगलाराम जी
Answer: संत बालिन्दजी, प्रसिद्ध संत दादू दयाल जी के शिष्य थे।
317. रसिक संप्रदाय का प्रवर्तक कोन था -
- A. अचलदास
- B. अग्रदास
- C. ईसरदास
- D. गिरधरदास
Answer: रसिक संप्रदाय की स्थापना अग्रदास जी ने की थी, जिन्होंने भक्ति में माधुर्य भाव पर जोर दिया।
318. अब्दुल पीर की दरगाह कहां स्थित है -
- A. डूंगरपुर
- B. बांसवाडा
- C. प्रतापगढ़
- D. उदयपुर
Answer: अब्दुल पीर की प्रसिद्ध दरगाह राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के भगवानपुरा गांव में स्थित है।
319. राजस्थान के किस संप्रदाय के लोक पुरुषों द्वारा अग्नि नृत्य किया जाता है -
- A. बिश्नोई संप्रदाय
- B. दादूपंथ
- C. जसनाथी सिद्ध संप्रदाय
- D. रामस्नेही संप्रदाय
Answer: अग्नि नृत्य जसनाथी संप्रदाय के सिद्ध जाटों द्वारा किया जाता है, जिसमें वे धधकते अंगारों पर नृत्य करते हैं।
320. जाम्भोजी जहां प्रवचन करते थे, वह क्या कहलाता था -
- A. सथारी
- B. सबद
- C. वाणी
- D. शील
Answer: वह स्थान जहां संत जाम्भोजी अपने अनुयायियों को उपदेश या प्रवचन देते थे, 'सथारी' कहलाता था।
321. जांभोजी किसके शिष्य थे-
- A. गोरखनाथ
- B. चरणदास
- C. चैतन्य महाप्रभु
- D. धन्नाजी
Answer: विश्नोई संप्रदाय के प्रवर्तक जांभोजी ने नाथ संप्रदाय के प्रसिद्ध योगी गुरु गोरखनाथ से दीक्षा ली थी।
322. रामस्नेही सम्प्रदाय की रैण शाखा के प्रवर्तक थे -
- A. संत रामचरण जी
- B. संत दरियाव जी
- C. संत हरिराम दास जी
- D. संत हरिदास जी
Answer: रामस्नेही संप्रदाय की रैण (मेड़ता, नागौर) शाखा की स्थापना संत दरियाव जी ने की थी।
323. संत चरणदास जी की समाधि कहाँ स्थित है -
- A. अलवर
- B. भरतपुर
- C. मेवात
- D. दिल्ली
Answer: संत चरणदास जी का जन्म अलवर में हुआ था, लेकिन उनका अधिकांश जीवन और प्रधान पीठ दिल्ली में थी, जहाँ उनकी समाधि भी है।
324. नाथ सम्प्रदाय के प्रवर्तक हैं -
- A. गोरखनाथ
- B. बालकनाथ
- C. नाथ मुनि
- D. भैरवनाथ
Answer: नाथ संप्रदाय की शुरुआत नाथ मुनि ने की थी, और बाद में गुरु गोरखनाथ ने इसे व्यवस्थित और लोकप्रिय बनाया।
325. कौन सा युग्म गलत सुमेलित है -
- A. पाबूजी-कोलू
- B. तेजाजी-खरनाल
- C. मल्लीनाथजी-गागरोण
- D. रामदेवजी-रावदेवरा
Answer: मल्लीनाथजी का मुख्य मंदिर तिलवाड़ा (बाड़मेर) में है, न कि गागरोन में। अन्य सभी विकल्प सही ढंग से सुमेलित हैं।