126. जसनाथी सम्प्रदाय की प्रमुख गद्दी कहाँ पर है -
- A. जैतारण
- B. कतरियासर
- C. शाहपुरा
- D. खेड़ापा
Answer: जसनाथी सम्प्रदाय की प्रमुख गद्दी बीकानेर के कतरियासर गाँव में है, जहाँ संत जसनाथ जी ने जीवित समाधि ली थी।
127. निम्न में से कौन सा जसनाथी सम्प्रदाय का मुख्य केंद्र है -
- A. धोलीदूब
- B. कतरियासर
- C. गोठ-मांगलोद
- D. मुकाम
Answer: कतरियासर, बीकानेर, जसनाथी सम्प्रदाय का मुख्य केंद्र है। यहीं पर इस सम्प्रदाय की स्थापना हुई थी।
128. किण संत री वाणियां रो संग्रे ‘हरडे वाणी’ नांव सूं संकलित करीज्यो -
- A. दादू दयाल
- B. रैदास
- C. हरिदास निरंजनी
- D. सुंदरदास
Answer: संत दादू दयाल के उपदेशों और वाणियों का संग्रह उनके शिष्यों द्वारा 'हरडेवाणी' नामक ग्रंथ में किया गया था।
129. ‘धर्म जहाज’, ‘भक्ति पदारथ’ एवं ‘नासकेत लीला’ रचनाएं निम्न में से किस संत की है -
- A. लालदास
- B. रामचरण
- C. सुन्दरदास
- D. चरणदास
Answer: ये सभी ग्रंथ संत चरणदास द्वारा रचे गए हैं, जो चरणदासी सम्प्रदाय के संस्थापक थे।
130. मावजी ने किस भाषा में “कृष्ण लीला” लिखी थी -
- A. मारवाड़ी
- B. वागड़ी
- C. बृज
- D. गुजराती
Answer: संत मावजी वागड़ क्षेत्र (डूंगरपुर-बांसवाड़ा) के थे, इसलिए उन्होंने अपने ग्रंथों की रचना स्थानीय बोली वागड़ी में की।
131. जांभोजी की प्रमुख कार्यस्थली रही-
- A. मुकाम तालवा
- B. सम्भराथल
- C. पीपासर
- D. जाम्भा
Answer: सम्भराथल (बीकानेर) वह स्थान है जहाँ जाम्भोजी ने अपने अनुयायियों को उपदेश दिए और विश्नोई सम्प्रदाय की स्थापना की।
132. निम्नलिखित में से कौन सा कथन संत दादू दयाल के बारे में सही नहीं है -
- A. उन्हें करुणा के संत के रूप में जाना जाता है।
- B. उनका जन्म इलाहाबाद में 1544 ईस्वी में हुआ था।
- C. वह दादू-पंथ के संस्थापक थे।
- D. वह 1603 ईस्वी में अपनी मृत्यु तक राजस्थान राज्य के नारायण में रहे।
Answer: संत दादू दयाल का जन्म 1544 ई. में अहमदाबाद (गुजरात) में हुआ था, न कि इलाहाबाद में। बाकी सभी कथन सही हैं।
133. ‘सिंभूदड़ा व कोंडा’ क्या हैं -
- A. स्थानकवासी की शाखाएं
- B. दरिया पंथ से सम्बन्धित स्थल
- C. विशेष यम-नियम के नाम
- D. संत जसनाथ से संबंधित ग्रन्थ
Answer: ये दोनों जसनाथी सम्प्रदाय के प्रमुख ग्रंथ हैं, जिनमें संत जसनाथ जी के उपदेश और शिक्षाएं संगृहीत हैं।
134. भक्ति संत रानाबाई का जन्म कहाँ हुआ था -
- A. डेहरा में
- B. पीलीबंगा में
- C. सांचोर में
- D. हरनांवा में
Answer: रानाबाई, जिन्हें 'राजस्थान की दूसरी मीरा' कहा जाता है, का जन्म नागौर के हरनावा गाँव में हुआ था।
135. कतरियासर प्रमुख गद्दी है –
- A. जसनाथी सम्प्रदाय की
- B. लालदासी सम्प्रदाय की
- C. दादू पंथ की
- D. विश्नोई सम्प्रदाय की
Answer: बीकानेर का कतरियासर गाँव जसनाथी सम्प्रदाय की प्रमुख गद्दी या पीठ है।
136. अष्ट छाप कवि मंडली का संगठन किया-
- A. वल्लभाचार्य ने
- B. विट्ठलनाथ ने
- C. गोस्वामी दामोदरजी ने
- D. गोविन्द जी ने
Answer: वल्लभाचार्य के पुत्र विट्ठलनाथ ने अपने पिता और अपने चार-चार शिष्यों को मिलाकर 'अष्टछाप कवि मंडली' का गठन किया था।
137. दादू पंथ का साहित्य किस भाषा में संगृहीत है -
- A. मारवाड़ी
- B. बागड़ी
- C. मेवाती
- D. ढूंढाड़ी
Answer: संत दादूदयाल ने अपने उपदेश स्थानीय भाषा ढूंढाड़ी (या साधुक्कड़ी) में दिए ताकि आम लोग उन्हें आसानी से समझ सकें।
138. संत जाम्भोजी का जन्म हुआ था -
- A. पीपासर नागौर में
- B. नीमराणा में
- C. माॅंडलगढ में
- D. पीपलुदा में
Answer: संत जाम्भोजी का जन्म 1451 ई. में नागौर जिले के पीपासर गाँव में एक पंवार राजपूत परिवार में हुआ था।
139. राजस्थान के वे संत जिन्होंने दिल्ली के सुल्तान सिकंदर लोदी को गौ हत्या पर रोक लगाने हेतु सहमत किया -
- A. संत पीपाजी
- B. संत जाम्भोजी
- C. संत हडबूजी
- D. संत राजारामजी
Answer: संत जाम्भोजी के उपदेशों और व्यक्तित्व से प्रभावित होकर दिल्ली के सुल्तान सिकंदर लोदी ने गौ-हत्या पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
140. किस सूफी संत ने नागौर के पास ‘सुचाल’ गाँव में अपना केन्द्र बनाकर शांतिपूर्वक प्रचार किया
- A. मुइनुद्दीन चिश्ती
- B. अल्लाह बक्ष
- C. रजीउद्दीन हसन
- D. शेख हमीदउद्दीन
Answer: शेख हमीदुद्दीन नागौरी ने नागौर के पास सुवाल (सुचाल) गाँव में खेती करते हुए एक सादा जीवन बिताया और शांतिपूर्वक अपने विचारों का प्रचार किया।
141. ‘धौलीधूप’ राजस्थान के किस संत से सम्बन्धित है -
- A. संत चरणदास
- B. संत पीपा
- C. संत रामचरण
- D. संत लालदास
Answer: संत लालदास का जन्म अलवर के धौलीदूब गाँव में हुआ था, इसलिए यह स्थान उनसे संबंधित है।
142. लालनाथ जी निम्नलिखित में से किस संप्रदाय के संत थे -
- A. गूदड़ सम्प्रदाय
- B. नवल सम्प्रदाय
- C. जसनाथी सम्प्रदाय
- D. विश्नोई सम्प्रदाय
Answer: लालनाथ जी, जसनाथी सम्प्रदाय के एक सिद्ध संत थे।
143. मीरा ने अपना अन्तिम समय किस जगह पर बिताया था -
- A. मेड़ता
- B. चित्तौड़
- C. द्वारिका
- D. मकराना
Answer: मीराबाई ने अपना अंतिम जीवन गुजरात में द्वारिका के रणछोड़ मंदिर में कृष्ण भक्ति में बिताया।
144. रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक संत रामचरण के गुरू कौन थे -
- A. चरणदास
- B. हरिदास
- C. कृपाराम
- D. लालदास
Answer: संत रामचरण जी ने दांतड़ा (भीलवाड़ा) के संत कृपाराम जी से दीक्षा ली थी।
145. निम्न में से राजस्थान के कौन-से संत गागरोण के खीची राजपूत शासक थे -
- A. धन्ना
- B. पीपा
- C. दादूदयाल
- D. रामदास
Answer: संत पीपा, जिनका मूल नाम प्रतापसिंह खींची था, संत बनने से पहले गागरोन के शासक थे।
146. संत लालदास .......... के लिए अच्छी तरह से जाने जाते हैं -
- A. मूर्तिपूजा
- B. साम्प्रदायिक सद्भाव
- C. समाज सुधार
- D. सरल जीवन
Answer: संत लालदास ने हिंदू और मुस्लिम एकता पर जोर दिया। उनका मानना था कि ईश्वर एक है, चाहे उसे राम कहो या रहीम, इसलिए वे सांप्रदायिक सद्भाव के लिए जाने जाते हैं।
147. दादूपंथ का प्रमुख केन्द्र :
- A. पीपासर
- B. अजमेर
- C. भीनमाल
- D. नारायणा
Answer: नारायणा (जयपुर के पास) दादूपंथ का प्रमुख केंद्र है, क्योंकि संत दादूदयाल ने अपने जीवन का अंतिम समय यहीं बिताया और यहीं उनकी मुख्य गद्दी स्थापित है।
148. निम्नलिखित में से किस संत को ‘राजस्थान का कबीर’ कहा जाता है -
- A. जसनाथजी
- B. मीराबाई
- C. जांभोजी
- D. दादूदयाल
Answer: दादूदयाल जी को उनकी शिक्षाओं के कारण 'राजस्थान का कबीर' कहा जाता है, जो कबीर की तरह ही निर्गुण भक्ति, सामाजिक समानता और हिंदू-मुस्लिम एकता पर आधारित थीं।
149. मुगल सम्राट अकबर द्वारा जिस सन्त को फतेहपुर सीकरी आमंत्रित किया गया था, वह था -
- A. लाल दास
- B. जसनाथ
- C. रज्जबजी
- D. दादू दयाल
Answer: सम्राट अकबर ने 1585 ई. में संत दादू दयाल को उनकी ख्याति और ज्ञान से प्रभावित होकर आध्यात्मिक चर्चा के लिए फतेहपुर सीकरी आमंत्रित किया था।
150. सम्प्रदाय व स्थल का कौनसा युग्म सुमेलित है -
- A. परनामी - जयपुर
- B. नाथ - पन्ना
- C. दादू पंथ - कोटा
- D. रामस्नेही - नगला
Answer: परनामी सम्प्रदाय का एक प्रमुख केंद्र जयपुर में स्थित है। अन्य विकल्प गलत हैं: नाथ सम्प्रदाय का प्रमुख केंद्र जोधपुर, दादू पंथ का नारायणा और रामस्नेही सम्प्रदाय का शाहपुरा है।